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1. You Are Such A Heartless

मुंबई , AS मेंशन…

सिया , जिसने ब्लैक कलर की सुंदर सी पार्टी वियर ड्रेस पहनी हुई थी । उसके चेहरे पर आज एक अलग सी चमक नजर आ रही थी । वो मुस्कुराते हुए एंट्री गेट की तरफ बढ़ रही थी की , तभी एक शक्श ने उसके सामने आकर खड़ा हो गया ।

सिया की नजर जैसे ही उस शख्स पर पड़ी । उसके चेहरे की मुस्कुराहट एकदम से गायब हो गई । वहीं उस शक्श ने भी सिया की ही तरह अपने चेहरे पर मास्क लगाया हुआ था ।

वो अपने कदम बढ़ाते हुए सिया के पास आकर बोला , “तुम्हे क्या लगा wifey… मैं तुम्हे पहचान नहीं पाऊंगा ? ये कपड़े और मास्क लगाकर , अगर तुम खुद को मेरी नजरो से छुपा सकती हो तो तुम्हे बता दूं की तुम गलत हो , बिल्कुल गलत !”

कहते हुए वो शक्श सिया के बेहद करीब आ चुका था । सिया की सांसे घबराहट की वजह से रुक सी गई थी और उसकी धकड़ने भी तेजी से धड़क रही थी ।

सिया ने उस शक्श की आंखो में आंखे डालते हुए कहा , “तुमने ही मुझे कहा..”

वो बोल ही रही थी की , उसकी बात को बीच में काटते हुए वो शक्श बोला , “हां , मैने ही तुम्हे कहा था मगर वक्त.. वक्त का क्या ? तुम्हारे पास सिर्फ 13 मिनट का वक्त है , मेरी कैद से आजाद होने के लिए , क्या तुम ये कर पाओगी ?”

उस शक्श के सवाल को सुनकर सिया ने घबराते हुए कहा , “मैं इस बार पीछे नहीं हटने वाली ।” कहते हुए वो अपने कदम एंट्री गेट की तरफ बढ़ाने लगी ।

वो जल्दी जल्दी चलने की बजाय भाग रही थी । उसे देख वो शक्श बोला , “Flower , ये तो सिर्फ शुरुआत है और तुम अभी से मुझसे दूर जाने के लिए इतनी उतावली हो , this is not fair .”

बोलते हुए उस शक्श ने अपने लंबे कदम भरते हुए , उसे कमर से पकड़ लिया और वो एंट्री गेट की तरफ जा पाती , इससे पहले उसने सिया को अपनी तरफ खींच लिया ।

वो शक्श सिया की हैजल ब्राउन आईज में देखते हुए बोला , “Flower , मैने कहा तुम्हें मेरी कैद से आजाद होने के लिए कहा था , मेरी कैद से ! लेकिन क्या ये तुम कर सकती हो , वो भी मेरे होते हुए ?” कहते हुए उसने सिया की कमर पर अपनी पकड़ मजबूत कर दी ।

सिया घबराते हुए उसकी तरफ देख रही थी । उसने भले ही मास्क पहना हुआ था , मगर उसकी ब्ल्यू ओसियन आईज कॉन्फिडेंस से चमक रही थी ।

सिया रोते हुए बोली , “मत करो ऐसा , प्लीज मत करो , आखिर तुम्हे क्या मिलेगा मेरी आजादी छीनकर , छोड़ दो मुझे , प्लीज..” कहते हुए वो रोने लगी ।

उसकी आंखो में आए आंसुओ को देख , वो शक्श उसके चेहरे पर लगा मास्क हटाते हुए बोला , “don't cry Flower , आदित्य सिंघानिया को तुम्हारे इन आंसुओ से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला ।”

कहते हुए उस शक्श यानी की , आदित्य ने भी अपने चेहरे से मास्क हटाते हुए , अपना सर सिया के सर से जोड़ लिया और वो वैसे ही रोती रही ।

उसने रोते हुए ही कहा , “मजबूरी थी मेरी ! डील हुई थी हम दोनो के बीच , Marriage Deal..”

आदित्य ने अपनी बंद आंखे खोलते हुए कहा , “you are right Flower , marriage deal हुई थी हम दोनों के बिच , लेकिन तुमने तो इसे खत्म होने से पहले ही तोड़ दिया , अब गलती की है तो पनिशमेंट तो मिलनी चाहिए ना ! और तुम्हे तो ये अच्छे से पता होगा , आदित्य सिंघानिया किसीको नहीं बक्शता , है ना my Flower ?”

आदित्य की बात सुन सिया कुछ नहीं बोल पाई । वो बस मूर्ति की तरह उसकी बाहों की कैद में खड़ी थी ।,

3 महीने पहले… (Flesh Back)

एक लड़की रोते हुए केबिन में खड़ी अपना सर झुकाए खड़ी थी । उसकी आंखे रो रो कर पूरी तरह से लाल हो चुकी थी । जिस वजह से उसके चेहरे और आंखों में हल्की हल्की स्वैलिंग नजर आ रही थी ।

वहीं उसके सामने CEO की चेयर पर बैठा हुआ शक्श , जिसने अपनी आंखों पर फैशनेबल गॉगल्स लगाए हुए थे , सीरियस टोन में बोला , “ये शादी सिर्फ एक डील है , एक marriage deal , पेपर्स साइन करो , तुम्हे वो सब कुछ मिलेगा , जो तुम चाहती हो , सिवाय 3 चीज़ों के , पहली तुम्हारा पति , दूसरी तुम्हारी आजादी और तीसरी… ।”

बोलते बोलते वो रुक गया और फिर कहा , “वक्त आने दो , वो भी पता चल ही जाएगा तुम्हे ।”

Now… (Flash Back End)

सिया के कानों में बार बार ये शब्द गूंज रहे थे । 3 महीने पहले , वो केबिन में खड़ी लड़की और CEO की चेयर पर बैठा हुआ शक्श और कोई नहीं , आदित्य था और सामने खड़ी लड़की सिया थी ।

तभी सिया के कानों में आदित्य की आवाज गूंजी , “time up Flower , time up..”

इन शब्दो को सुनकर सिया ने कड़वी मुस्कान के साथ कहा , “you are such a heartless .” कहते हुए वो दौड़कर वापस मेंशन के अंदर जाने लगी ।

वहीं उसकी बात सुनकर आदित्य ने जाति हुई सिया को देखते हुए कहा , “yes , i am such a heartless because of you Flower .”

सिया ने मेंशन के अंदर जाकर देखा तो सभी लोग पार्टी में बिजी थे । ये देखकर वो सबकी नजरों से बचते हुए सिडियो से ऊपर , अपने कमरे की तरफ जाने ही वाली थी की , उसके किसी की आवाज सुनाई दी , “भाभी..”

इस आवाज को सुनते ही सिया ने मुड़कर देखा तो अरनव , अकीश और अयान खड़े थे । वो तीनों में से कोई कुछ भी बोलता इससे पहले एक आवाज सबके कानो में गूंज उठी , “What are you doing boys ?”

इस आवाज को सुनते ही तीनों ने पीछे मुड़कर देखा तो आदित्य खड़ा था । उसे देखकर वो तीनों अभी भी वैसे ही खड़े थे , कोई कुछ भी नही बोल रहा था । ऊपर से अब तक जो लाउड म्यूजिक बज रहा था , वो भी बंद हो चुका था ।

ये देख आदित्य उन सबके पास आकर सिया की कमर को पकड़ते हुए उसे अपने करीब खींचते हुए धीमी आवाज में बोला , “मैंने कुछ पूछा है !”

आदित्य की सर्द आवाज सुनकर अकीश ने कहा , “nothing bro , बस छोटी सी पार्टी कर रहे थे । जो अब खत्म हो चुकी है ।”

अकीश की बात सुन आदित्य ने उन तीनों की तरफ देखा और कहा , “ओके !” बोलकर वो सीधा सिया को अपने साथ खींचते हुए सीडीओ से ऊपर कमरे में ले गया ।

वहीं उसके जाने के बाद तीनों लड़के भी अपने अपने रूम की तरफ चले गए । उधर आदित्य के कमरे में , सिया बेड पर बैठी हुई थी और आदित्य कहीं नजर नहीं आ रहा था ।

सिया ने बेड से खड़े होते हुए आईने की तरफ जाते हुए खुद को आईने में देख बोली , “सिर्फ एक डील ही तो थी..!”

वो खुद से बोल ही रही थी कि उसकी बात को बीच में काटते हुए आदित्य बोला , “Flower , तुम हर बार भूल जाती हो और मुझे तुम्हे याद दिलाना पड़ता है कि , हां ये एक डील थी , सिर्फ एक डील मगर अब वो डील टूट चुकी है ।”

बोलते हुए वो सिया के काफी करीब आ चुका था । सिया ने कुछ भी नहीं कहा , बस वो चुपचाप अपनी जगह पर खड़ी थी ।

आदित्य ने उसकी गोरी कमर में हाथ डालते हुए कहा , “इतने दिनों बाद तुम्हारा पति घर आया है , क्या तुम खुश नहीं हो ?”

आदित्य का सवाल सुन सिया ने कहा , “शायद तुम भूल रहे हो , तुमने कहा था , तुम मेरे पति कभी नहीं बनोगे , इसलिए मैं इसकी उम्मीद तुमसे कभी ना रखूं क्योंकि… ।” बोलते बोलते वो चुप हो गई ।

आदित्य ने कहा , “हां , कहा तो था , मगर अब वो डील कब की टूट चुकी है और तुमने ही तोड़ी है तो जिंदगी भर मेरे चेहरे को देखने की ओर मुझे बर्दाश्त करने की आदत डाल लो ।”

कहते हुए आदित्य की पकड़ सिया की कमर पर ढीली होती जा रही थी । जिस वजह से सिया ने बिना उसकी तरफ देखे ही कहा , “छोड़ो मुझे , कल ऑफिस भी जाना है ।” कहकर वो एक झटके से आदित्य की पकड़ से आजाद हो गई ।

आदित्य ने उसकी ये कलाई को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और उसके गाल पर अपना अंगूठा फेरते हुए बोला , “सिर्फ आज की रात तुम आजाद हो ।” कहते हुए वो सीधे कमरे से बाहर निकल गया ।

उसके जाते ही सिया खुद से बोली , “मतलब !” कहते हुए उसने अपनी कलाई को देखा , जिसको आदित्य ने पकड़ा हुआ था ।

उसकी कलाई पर रेडनेस उभर आई थी । ये देख उसकी आंखों से आंसू कतरा बन बह गया ।

सिया अपने हाथ को ही देखे जा रही थी कि , तभी उसका फोन बजा । फोन बजाने की रिंगटोन से उसका ध्यान टूटा , और उसने स्क्रीन पर नजर डाली तो आदित्य नाम शो हो रहा था ।

एक पल के लिए उसके चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन आ गए । फिर वो तुरंत कॉल उठाते हुए कुछ कहती कि , तभी दूसरी तरफ से उसे हड़बड़ाई सी आवाज सुनाई दी , “दी , आप कहां हो दी ? मॉम का एक्सीडेंट हो चुका है ।” बोलते हुए और शख्स की आवाज काफी घबराई हुई लग रही थी ।

इस आवाज को सुन सिया ने हैरानी से कहा , “ईशान ये तुम क्या कह रहे हो ? कब हुआ ये सब ?” कहते हुए उसके चेहरे पर भी घबराहट आने लगी थी ।

तभी दूसरी तरफ से ईशान ने कहा , “वो मॉम मार्केट जा रही थी , तभी बीच में उनका एक्सीडेंट हो गया , आप जल्दी से सिटी हॉस्पिटल पहुंचो ।”

उसकी ये बात सुन सिया ने उसे शांत करते हुए कहा , “ठीक है , मैं अभी पहुंच रही हूं , तुम फिक्र मत करो , सब ठीक हो जाएगा ।”

कहते हुए उसने कॉल कट कर दिया , और क्लोजेट की तरफ जाते हुए जल्दी से कपड़े चेंज करके वापस बाहर आ गई । की , तभी उसके कानों में आदित्य की आवाज पड़ी , “Flower कहां जा रही हो तुम ?”

इस आवाज को सुनते ही सिया ने घबराते हुए कहा , “मोम.. वो मोम का एक्सीडेंट हो गया है , मैं उनके पास जा रही हूं ।

कहते हुए वो वापस मुड़कर जाने लगी , कि तभी आदित्य ने कहा , “ठीक है , मैं भी चलता हूं तुम्हारे साथ !!!” कहते हुए वो सिया के साथ आगे बढ़ने लगा ।

उसकी बात सुन सिया को एक पल के लिए तो शौक लगा । क्योंकि आदित्य उसके साथ कभी आने को तैयार नहीं होता था । लेकिन आज वो सामने से उसके साथ आना चाहता था ।

ये सवाल उसके दिमाग में एक खटक रहा था । मगर सिचुएशन की वजह से वो ये सारे सवालों को इग्नोर करते हुए , बस जल्दी से हॉस्पिटल पहुंचना चाहती थी । क्योंकि उसे अपनी मां की फिक्र हो रही थी ।

To Be Continued…

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